दोगेन (शाकाहारी) की ज़ेन कविता से कुछ अंश- शाश्वत शांति का पर्वत से छंद: भाग II, अध्याय ४, दो का भाग २2020-04-23ज्ञान की बातें विवरणडाउनलोड Docxऔर पढो“इस पहाड़ी एकांतवास में हर्षित अभी भी उदासी महसूस कर रहा है, हर दिन कमल सूत्र का अध्ययन, जाजेन का एकतरफा अभ्यास करना; प्यार और नफरत क्या मायने रखती है जब मैं यहाँ अकेला हूँ, इस शरद ऋतु की शाम में बारिश का आवाज सुनना।"